इतना आसान तो नही होता,

अपनो से दूर होना।

इतना भी आसान नहीं है जनाब!

सभी दर्द को हँस के पी जाना।

ये दुनियां है कांटो की,

यहाँ आसान नहीं है आराम फरमाना।

अक्सर माँ ही अपनती है अपनेपन से,

यहाँ मुमकिन ही नहीं माँ जैसा दिल मिल पाना।

हां, अपना कहने वाले हजारों मिल जाते है,

पर इतना आसान तो नही है अपना पाना।

यूं तो कमी नहीं है रिश्तो की,

पर इतना आसान नहीं है रिश्तो में आपने मिल पाना।

हां माना -२ अच्छा कोई भी नहीं है,

पर कितना आसान है अपना बनके दर्द दे जाना।।